*सड़क की मांग के लिए सड़कों पर उतरे ग्रामीण,जिला मुख्यालय गोपेश्वर में निकाली जनाक्रोश रैली,जिला अधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन धरना नारेबाजी*

*सड़क की मांग के लिए सड़कों पर उतरे ग्रामीण,जिला मुख्यालय गोपेश्वर में निकाली जनाक्रोश रैली,जिला अधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन धरना नारेबाजी*

*सड़क की मांग के लिए सड़कों पर उतरे ग्रामीण,जिला मुख्यालय गोपेश्वर में निकाली जनाक्रोश रैली,जिला अधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन धरना नारेबाजी*

गोपेश्वर।

सड़क की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से धरना , प्रदर्शन , पद यात्रा और आन्दोलन कर रहे ग्रामीणों का आक्रोश जिला मुख्यालय गोपेश्वर की सड़कों और जिला अधिकारी कार्यालय पर भी दिखा । मैकोट सैंजी लग्गा-मैकोट-बेमरु-डुमक- कलगोंठ सड़क के निर्माण की मांग को लेकर गुरुवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रीय जनता ने नगर की सड़कों से लेकर कलेक्ट्रेट परिसर तक पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ जुलूस-प्रदर्शन किया। आक्रो​शित ग्रामीणों ने जिला अधिकारी कार्यालय पर करीब डेढ़ घंटे तक यहां धरना दिया। ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2019 के एलाइनमेंट के अलावा किसी अन्य जगह से सड़क निर्माण होने नहीं दिया जाएगा। जिला​धिकारी के आश्वासन से असंतुष्ट ग्रामीणों ने विधान सभा तक पदयात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है। पिछले 22 दिनों से सड़क निर्माण की मांग को लेकर डुमक गांव में ग्रामीण क्रमिक धरना दे रहे हैं। जबकि संघर्ष समिति से जुड़े ग्रामीण उर्गम घाटी, स्यूण, बेमरु, कुजौं मैकोट आदि क्षेत्रों में पदयात्रा कर सड़क के लिए जनसमर्थन जुटाने में लगे रहे। बृहस्पतिवार को सभी क्षेत्रीय जनता ने सुबह 11 बजे से मंदिर मार्ग से जुलूस प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद जुलूस जिला पंचायत रोड, पेट्रोल पंंप, लोनिवि से होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर तक पहुंचा। यहां जुलूस-प्रदर्शन धरनास्थल में तब्दील हो गया। जनप्रतिनि​धियों ने जनता को संबो​धित करते हुए कहा कि दलीय राजनीति छोड़कर सड़क निर्माण की मांग को एकजुटता के साथ शासन-प्रशासन के सामने रखा जाएगा। कहा कि सड़क न होने से क्षेत्र में विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं। लोग मीलों पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं। ​शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा के लिए भी जनता को भटकना पड़ रहा है। उर्गम घाटी को जोड़ने वाले हेलंग-उर्गम सड़क के बदहाल पड़ने से क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय भी ठप पड़ा हुआ है। करीब ढाई बजे मौके पर पहुंचे ।जिला​धिकारी हिमांशु खुराना ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। ग्रामीणों ने जिला​धिकारी को ज्ञापन सौंपा और लौट गए। ग्रामीणों ने विधानसभा तक मांगों को लेकर पदयात्रा करने का एलान किया है।
इस मौके पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह सनवाल, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, ब्लॉक प्रमुख जोशीमठ हरीश परमार, दशोली की प्रमुख विनीता देवी, ग्राम प्रधान संजय राणा, लक्ष्मण सिंह नेगी, प्रधान संगठन के अध्यक्ष अनूप नेगी, सीमा असवाल, धीरेंद्र गरोड़िया, माणा के प्रधान पीतांबर मोल्फा, भरत सिंह कुंवर, कालिकानंद सरस्वती, महादेव भट्ट, आदि मौजूद रहे।

ये हैं ग्रामीणों की मांगें-
– सैंजी लग्गा मैकोट बेमरु डुमक कलगोठ सड़क के लिए किए गए नए एलाइनमेंट को निरस्त किया जाए।
– वर्ष 2019 में हुए एलाइनमेंट के तहत डुमक गांव तक सड़क का निर्माण किया जाए।
– सड़क पर जहां तक हिल कटिंग हुई है, उसमें मानक के अनुसार सुधार कर वहां तक वाहनों की आवाजाही शुरू कराई जाए।
– उर्गम-भर्की-भेंटा मोटर मार्ग पर पुलों का निर्माण​ शीघ्र किया जाए।
– उर्गम घाटी के अरोसी गांव से थैंग गांव (7 किमी) तक सड़क की स्वीकृति दी जाए।

बोले जिला​धिकारी–
– डुमक गांव के लिए निर्माणाधीन सड़क का एलाइनमेंट
ग्रामीणों की समस्या से मैं भली भांति परिचित हूं। भू वैज्ञानिकों ने सड़क का सर्वेक्षण कार्य किया, जिसमें उन्होंने वर्ष 2019 के एलाइनमेंट सही नहीं पाया। अब जिस क्षेत्र से सड़क का निर्माण किया जा रहा है, उसे भूगर्भीय रिपोर्ट के आधार पर ही किया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुरुप ही सड़क का निर्माण किया जाएगा। यदि ग्रामीण इससे भी संतुष्ट नहीं हैं तो अन्य भू-वैज्ञानिकों से दोबारा क्षेत्र का भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाने के लिए शासन को लिखा जाएगा।

Post Comment

You May Have Missed