संस्कृति, साधना और समरसता का संगम होगा आगामी सिंहस्थ कुम्भ – जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि

संस्कृति, साधना और समरसता का संगम होगा आगामी सिंहस्थ कुम्भ – जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि

हरिद्वार : सिंहस्थ कुम्भ मेलाधिकारी मण्डलायुक्त आशीष सिंह, जिलाधिकारी उज्जैन रौशन सिंह तथा उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा की आचार्य पीठ श्री हरिहर आश्रम, कनखल जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर आगामी सिंहस्थ कुम्भ 2028 की रूपरेखा, आयोजन-प्रबंधन एवं आध्यात्मिक समन्वय से जुड़े विविध विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। स्वामी जी ने सिंहस्थ जैसे विराट आयोजन को संस्कृति, साधना और समरसता के अद्भुत संगम के रूप में प्रतिष्ठित करने हेतु अपनी शुभकामनाएँ प्रदान कीं इसके साथ ही अखाड़ा परिषद अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़ा के महासचिव श्री महंत रवीन्द्र पुरी एवं निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशनंद से भी भेंट कर विचारों का आदान-प्रदान किया इस दोरान मेला प्रतिष्ठान के विकास शर्मा भी मौजूद रहे.

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