सचिव स्वास्थ्य एवं खाद्य संरक्षा आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार के निर्देश पर FDA की सर्जिकल स्ट्राइक जारी, त्यौहारी सीजन में मिलावटखोरो पर लगातार हो रही है कार्रवाई
देहरादून : त्योहारी सीजन में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर अब खाद्य सुरक्षा विभाग (FDA) ने सर्जिकल स्ट्राइक छेड़ दी है। सचिव स्वास्थ्य एवं खाद्य संरक्षा आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार के सख्त निर्देशों पर प्रदेशभर में मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। विभाग की टीमें प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मिठाई, दूध, तेल, मसाले, घी, नमकीन और अन्य खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर जांच कर रही हैं। अब तक कई स्थानों पर नकली और मिलावटी खाद्य सामग्री पकड़ी गई है, जबकि कई दुकानदारों पर कार्रवाई की जा चुकी है।
नवरात्रि से शुरू हुआ अभियान, बड़ी मात्रा में मिलावटी सामग्री का किया गया विनिष्टीकरण
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार के सख्त निर्देशों के क्रम में नवरात्रि के दौरान 23 सितम्बर से 01 अक्टूबर तक खाद्य संरक्षा विभाग द्वारा उत्तराखंड प्रदेश में दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों के – 21, मसाले – 08, खाद्य तेल – 10, कट्टू का आटा – 25, सिंघाड़े का आटा – 01, साबूदाना – 09 इसके साथ ही अन्य जैसे बेसन, सूजी, ब्रेकरी सामग्री, व्रत सामग्री के 79 सैम्पल लिए गये है। इसके साथ ही विभाग की सचल खाद्य विश्लेषणशाला द्वारा 261 सैम्पल लिए गये। जिसमें से 209 सैम्पल सही मिले तथा 52 सैम्पल मौके पर ही मानकों के अनुरूप नही पाए गये हैं । नवरात्रि के दौरान FDA की टीम द्वारा प्रदेश में चलाये जा रहे हैं अभियान में पनीर – 195 किलोग्राम, दुग्ध पदार्थ – 150 किलोग्राम, फ्रूट पल्प – 4500 किलोग्राम, मिठाई – 200 किलोग्राम (सोनपापड़ी), व 15 किलोग्राम अन्य खाद्य पदार्थो का विनिष्टीकरण किया गया ।
उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता – जग्गी
अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार त्योहारों के दौरान उपभोक्ताओं को सुरक्षित व शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आयुक्त (एफ़डीए) डॉ. आर. राजेश कुमार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप विभाग ने स्पष्ट रूप से यह संकल्प लिया है कि त्यौहारों के दौरान मिलावटी, घटिया या असुरक्षित खाद्य सामग्री की बिक्री को हर हाल में रोका जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल औपचारिकता नहीं बल्कि एक समन्वित, चरणबद्ध व सख्त कार्रवाई है, जिसमें निर्माण, पैकिंग, भंडारण, वितरण से लेकर फुटकर विक्रय और ऑनलाइन आपूर्ति तक हर स्तर पर निगरानी रखी जाएगी। विभागीय टीमें मिलावटी उत्पादों की पहचान, नमूना परीक्षण, आकस्मिक निरीक्षण और दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई के लिए 24×7 अलर्ट मोड में रहेंगी। राज्य में दवाइयों के साथ ही खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ निरीक्षण और सैंपलिंग अभियान भी तेजी से चलाया जा रहा है।
दिवाली पर विशेष सतर्कता, सीमाओं पर भी बढ़ी निगरानी
दीपावली पर्व को देखते हुए विभाग ने विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत राज्य की सीमाओं पर निगरानी बढ़ाई गई है, और मिठाइयों व खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा त्योहारों के समय मिलावटखोरी पर अंकुश लगाना हमारी प्राथमिकता है। विभाग की टीमें फील्ड में सक्रिय हैं और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
मिलावटखोरों को नहीं बख्शा जाएगा – सचिव स्वास्थ्य
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि “त्योहारों के दौरान खाद्य सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्वच्छ, सुरक्षित और मिलावटमुक्त खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कार्रवाई में किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाए।
खाद्य संरक्षा आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा कि हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रदेश के हर नागरिक को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ मिलें। त्योहारी सीजन में विशेष सतर्कता बरती जा रही है और जो भी लोग मिलावटखोरी का धंधा कर रहे हैं, उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। FDA की टीमें पूरी तरह से मुस्तैद हैं और मिलावटखोरों के खिलाफ यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि प्रदेश को मिलावटमुक्त न बना दिया जाए।”
स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि विभागीय टीमें औचक निरीक्षण कर रही हैं ताकि मिलावटखोरों को चेताया जा सके कि सरकार की नज़र हर जगह है। उपभोक्ताओं से भी अपील की गई है कि वे खाद्य पदार्थ खरीदते समय पैकेजिंग, लेबल और एक्सपायरी डेट अवश्य जांचें और किसी भी संदिग्ध वस्तु की शिकायत खाद्य सुरक्षा हेल्पलाइन या स्थानीय अधिकारी को दें।
मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब्स और निगरानी टीमें
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि राज्य में मिलावट रहित और शुद्ध खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और FDA पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं। FDA द्वारा मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब्स और निगरानी टीमें लगातार सक्रिय हैं। खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, सभी जिलों में जनजागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
FDA की जनता से अपील
FDA ने आम जनता से भी अपील की है कि वे जागरूक उपभोक्ता बनें। खाद्य पदार्थ खरीदते समय पैकेजिंग, लेबल और एक्सपायरी डेट अवश्य जांचें। किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ को खरीदने से बचें और यदि उन्हें गुणवत्ता या स्वच्छता की कमी दिखती है, तो वे तत्काल खाद्य सुरक्षा विभाग को शिकायत दर्ज कराएं।
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