*चमोली जिले के धावक हितेश कुनियाल ने दिखाया कमाल,लगातार दूसरे वर्ष 17,618 फीट पर विश्व की सबसे ऊँची और मुश्किल दौड़ में अपना हुनर दिखाया*
*चमोली जिले के धावक हितेश कुनियाल ने दिखाया कमाल,लगातार दूसरे वर्ष 17,618 फीट पर विश्व की सबसे ऊँची और मुश्किल दौड़ में अपना हुनर दिखाया*
थराली ।
उत्तराखंड के चमोली जिले के पिंडर घाटी के युवक धावक हितेश कुनियाल ने कमाल कर दिखाया है।
हितेश कुनियाल ने 8 सितंबर को लद्दाख के खारदुंगला पास (17, 618 फीट) में हुई विश्व विश्व की सबसे ऊंची और मुश्किल दौड़ द हिमालय खारदुंगला चैलेंज72kms
को इस वर्ष भी हितेश ने सफलतापूर्वक पूरा किया। इस वर्ष विश्व भर से 270 धावकों ने इसमे हिस्सा लिया जिसमे विदेशी धरती से जापान से सबसे अधिक 32 धवकों ने भाग लिया, जर्मनी, रोमानिया आदि से भी धावक मौजूद रहे।
जहाँ प्रतिभागियों को ये दौड़ पूरा करने में 12 से 13 घंटे लगे हितेश ने ये दौड़ 10 घंटे 40 मिनट में पूरी कर ली। दौड़ सुबह 3 बजे शुरू हुई जिस समय तापमान 1 डिग्री था और जैसे जैसे धावाक उपर चढ़ाई करते गए तापमान शून्य से भी नीचे गिरता रहा। हितेश ने बताया की इतनी ऊँचाई पर सांस लेने में बहुत दिक्कत होती है क्यूँकि यहाँ प्राणवायु बहुत कम होती है जिस कारण कुछ प्रतिभागियों को चक्कर, सर दर्द, उल्टी से जूझना पड़ा और वे दौड़ पूरा न कर सके। वर्तमान में हितेश कुनियाल इवोन टेक्नोलॉजीज, देहरादून में कार्यरत हैं और धावाक होने के साथ साथ वे एक समाजसेवी भी हैं और पिछले दो वर्षों से उनकी संस्था द पीपल्स ग्रुप विभिन्न सामाजिक कार्यों जैसे पशु रक्षा, वृक्षारोपण, स्वछता अभियान, गरीब बच्चों की शिक्षा एवं पहाड़ के विद्यालयों में पुस्तकालय पर कार्य कर रही है।
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