शिलान्यास के 21 साल बाद भी नहीं बना हापला-धोतीधार मोटर मार्ग

शिलान्यास के 21 साल बाद भी नहीं बना हापला-धोतीधार मोटर मार्ग

तत्कालीन केंद्रीय सड़क राज्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी ने किया था मार्ग का शिलान्यास

सड़क मार्ग के बनने से कई अनछूऐ पर्यटन स्थलों को मिलती पहचान

पोखरी (चमोली)। एक ओर जहां सरकार पर्यटन और तीर्थाटन को बढ़ावा देने के साथ ही इसे स्थानीय बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में जोड़ने की बात कर रही है वहीं स्थानीय स्तर पर पर्यटन की दृष्टि से अनछूए स्थलों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग का निर्माण शिलान्यास के बाद भी अधर में लटके हुए है। बात करें चमोली जिले के पोखरी विकास खंड के हापला-धोतीधार मोटर मार्ग की तो 21 वर्ष पूर्व इस मोटर मार्ग के निर्माण का शिलान्यास तत्कालीन केंद्रीय परिवहन राज्य मंत्री भुवन चंद्र खंडूरी ने किया था जो वर्तमान तक निर्माण की बाट जोह रहा है।

वर्ष 2002 में हापला-धोतीधार मोटर मार्ग का शिलान्यास स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संघर्ष के बाद हो सका था लेकिन वर्तमान तक इस मोटर मार्ग पर निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो पाया है। अब तो शिलान्यास के आसपास भी झाडियां उग आयी है लेकिन सड़क का निर्माण कार्य कहां अटका पड़ा है  वर्षों से जनप्रतिनिधि 21 वर्षों से जनप्रतिनिधि संघर्ष कर रहे हैं। इस मोटर मार्ग के निर्माण से पोखरी सहित 30 से अधिक गांवों को पर्यटन से जोड़ा जा सकता है।

क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष धीरेंद्र राणा, ग्राम प्रधान नौली सतेन्द्र सिंह, संजय रमोला, सजन सिंह, देवेन्द्र लाल, नवीन राणा, मीना देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य राधा रानी रावत का कहना है राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने सड़क को धोतीधार तक जोड़ने की बजाय उसके नाम को बदलने पर जोर दिया। और  जब सड़क का नाम कलसीर-गुडम-नैल-नौली मोटर मार्ग किया गया उसके बाद सड़क नौली तक पहुंच पाई। नौली से 12किलोमीटर धोतीधार है। केन्द्र में परिवहन राज्यमंत्री  रहते हुए भुवन चंद्र खंडूरी जिन्होंने इस क्षेत्र को पर्यटन से जोड़ने के लिए इस सड़क को धोतीधार जोड़ने का प्रयास किया गया था। इस मोटर मार्ग के धोतीधार से जुड़ने से क्षेत्र के  ढोगडम तोक में सुन्दर प्राकृतिक झरना, बयाली बुग्याल, खटवानी बुग्याल, नौली में पौराणिक भूतनाथ का मन्दिर एक रमणीक स्थान इससे मार्ग से जुड़ जाते और पर्यटन की दृष्टि से क्षेत्र का विकास हो पाता और स्थानीय बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार भी मिल पाता।

क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि इस मार्ग के बनने से पोखरी पर्यटनर के मानचित्र पर अंकित हो सकता था। जिसमें पर्यटक कार्तिक स्वामी के दर्शन के बाद नागनाथ स्वामी के दर्शन और प्राकृतिक बुग्याल का आनंद लेते हुए भगवान तुंगनाथ के दर्शनों के लिए आसानी से पहुंच सकते हैं।

इधर, बदरीनाथ विधानसभा के विधायक राजेन्द्र भंडारी ने कहा हापला धोतीधार मोटर मार्ग के 12 किलोमीटर की डीपीआर बनकर शासन को भेज दी गई है। स्वीकृति मिलने पर इस पर तत्काल कार्य शुरू हो जाएगा।

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