डीएम स्वाति एस. भदौरिया ने कोटद्वार-सतपुली NH 534 का किया निरीक्षण, भूस्खलन और सड़क चौड़ीकरण को लेकर दिए सख़्त निर्देश, कहा- जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता, लापरवाही बर्दाश्त नहीं

डीएम स्वाति एस. भदौरिया ने कोटद्वार-सतपुली NH 534 का किया निरीक्षण, भूस्खलन और सड़क चौड़ीकरण को लेकर दिए सख़्त निर्देश, कहा- जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता, लापरवाही बर्दाश्त नहीं

  • राष्ट्रीय राजमार्ग – 534 पर सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करें – डीएम स्वाति एस. भदौरिया
  • भूस्खलन रोकथाम व मलबा हटाने के निर्देश, डीएम ने बरसात काल में 24 घंटे मशीनरी तत्पर रखने को कहा

कोटद्वार/पौड़ी : डीएम स्वाति एस. भदौरिया ने कोटद्वार-सतपुली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 534 का निरीक्षण किया। उन्होंने बारिश के कारण होने वाले भूस्खलन से मार्ग बाधित होने की दशा में तत्काल खोलने की कार्रवाई करने के अधिकारियों को सख़्त निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि कोटद्वार से दुगड्डा के बीच पांचवें मील रपटे के पास सड़क पर खतरा बना हुआ है। इस स्थिति से निपटने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारी एवं उपजिलाधिकारी कोटद्वार को समाधान तुरंत लागू करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने गुमखाल से सतपुली के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण के कार्य में लापरवाही पर नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि भूस्खलन से सड़क पर गिर रहे अतिरिक्त मलबे को तुरंत हटाना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि व्यवस्थित एवं वैज्ञानिक ढंग से सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जाय। कटिंग होने के बाद मलबा हटाने के साथ ही रिटेनिंग वॉल लगायी जाय। साथ ही उन्होंने सड़क समतलीकरण का कार्य त्वरित रूप से किए जाने के निर्देश दिए, ताकि आम जनता को आवागमन में कोई दिक्कत न हो।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी जेसीबी मशीनों में ऑपरेटर बरसात के दौरान 24 घंटे उपस्थित रहें, ताकि किसी भी मार्ग बाधित होने पर तत्काल उसे खोलने की कार्रवाई की जा सके। एक जगह कटिंग और सुधारीकरण कार्य होने के बाद ही एजेंसी दूसरी जगह कार्य शुरू करें। जिलाधिकारी ने एसडीएम सतपुली को सड़क चौड़ीकरण परियोजना की सख़्त निगरानी करने के निर्देश दिये। साथ ही संबंधित कंपनी को आदेशित किया कि डंपिंग जोन बनाने से पूर्व सुरक्षा दीवार अनिवार्य रूप से तैयार करें, जिससे मलबा गिरने से पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।

जिलाधिकारी ने कहा कि जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। बारिश के मौसम में किसी भी हालत में मार्ग अधिक समय तक बाधित नहीं होने चाहिए। सभी अधिकारी और निर्माण एजेंसियां सतर्क रहें और कार्य वैज्ञानिक ढंग से करें। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण में उप जिलाधिकारी कोटद्वार सोहन सिंह सैनी, सतपुली श्रेष्ठ गुनसोला, लैंसडाउन शालिनी मौर्य तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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