बहुदद्देशीय शिविर में लाभार्थी कम और सेवार्थी ज्यादा
गोपेश्वर (चमोली)। सरकार की मंशा के विपरीत सेवा पखवाडा के तहत आयोजित बहुद्देशीय शिविर में लाभार्थी कम और सेवार्थी ज्यादा दिखाई दिए। इसका कारण माना जा रहा है स्थान चयन। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से इसे विभागीय कार्यालयों के बीच लगाए जाने की बात कह कर अपना झाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
बुधवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में स्वास्थ्य सेवा पखवाड़ा के तहत बहुद्देशीय शिविर आयोजित किया गया। जो लोनिवि के यांत्रिक कार्यालय के आंगन में लगाया गया था। इस स्थान की अमूमन कम लोगों को ही जानकारी होने के चलते यहां पर लाभार्थी पहुंच नहीं पाए जिसके चलते जिस उद्देश्य के लिए शिविर आयोजित किया गया था उसे पूरा करता हुआ कम महज खानापूर्ति ज्यादा नजर आया।
गोपेश्वर में आयोजित इस शिविर को जिला स्तरीय शिविर के नाम से प्रचारित किया जा रहा था लेकिन यह शिविर ऐसे स्थान पर आयोजित किया गया था वहां पर स्थान की कमी के चलते नाम मात्र के विभागों के स्टॉल ही लग पाए। कुल मिलाकर यह शिविर सिर्फ सरकारी धन का दुरूपयोग होता ही नजर आया। हालांकि प्रशासन की ओर से अपने बचाव में इस शिविर को विभागीय कार्यालयों के बीच लगाए जाने की बात कही गई, जिससे अपने सरकारी कामकाज के लिए पहुंचे लोग इस शिविर का लाभ उठा सके, लेकिन स्थान की जानकारी कम लोगों की पहुंच होने के कारण इस शिविर का लाभ कम लोग ही उठा पाए।
शिविर में दस शिकायतें दर्ज, तीन का निस्तारण
मुख्य विकास अधिकारी डा. अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि इस शिविर को कार्यालयों के बीच इस लिए लगाया गया था जिससे लोग अपने सरकारी कामकाज निपटने के बाद शिविर का लाभ ले सके।
शिविर में 10 शिकायतें दर्ज हुई। इनमें से सीडीओ ने मौके पर ही निस्तारण किया। शेष शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण के निर्देश दिए गए। समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग अमन सिंह पुत्र विक्रम सिंह को व्हीलचेयर, पुष्कर लाल को सहायक छड़ी प्रदान की गई। अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग की बेटियों की शादी के लिए 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि के चेक लाभार्थी होरीलाल और दीपा देवी को प्रदान किए गए। इस दौरान हार्टीकल्चर विभाग ने 10 किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज प्रदान किये गए, श्रम विभाग नौ श्रमिको को योजनाओं की जानकारी दी। उद्योग विभाग ने छह, उरेडा ने आठ लाभार्थियों, पर्यटन विभाग ने पांच, बाल विकास विभाग ने 24 को नंदा गौरा योजना की जानकारी प्रदान की गयी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 35 लोगों की निशुल्क जांच कर दवाई दी गयी।
इस अवसर पर दशोली की प्रमुख विनीता देवी, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, जिला विकास अधिकारी केके पंत, एसडीएम आरके पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अभिषेक गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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