एसजीआरआर पैरामेडिकल नर्सिंग कॉलेज मे सम्पन्न हुआ दीक्षारम्भ कार्यक्रम
कोटद्वार : पदमपुर स्थित श्री गुरु राम राय पैरामेडिकल-नर्सिंग कॉलेज में आयोजित विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का इंडक्शन (ओरिएंटेशन) कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय एवं श्रीमहंत इन्द्रेश अस्पताल, देहरादून द्वारा किये जा रहे कार्यो की विडियो क्लिप दिखाकर की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. विकास थलेडी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके पश्यचात् छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई और कार्यक्रम में इंटरएक्टिव सेशन्स, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिवी शर्मा एवं श्वेता बिष्ट द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्रणव राज बमराड़ा द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से कॉलेज के संचालन समिति एवं फैक्ल्टी का परिचय नवागतुक छात्रों एवं उनके अभिभावकों से करवाया।
मुख्य अतिथि डॉ. विकास थलेडी ने छात्रों को दिये सम्बोधन में कहा कि नर्सिंग और पैरामेडिकल शिक्षा राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होने सभी छात्रों को चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा महत्व, अनुशासन और समर्पण के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया। छात्र-छात्राएं लगन और मेहनत से अध्ययन करते हुए इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाएं।
पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरीश उनियाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि पैरामेडिकल शिक्षा स्वास्थ्य सेवा का अभिन्न अंग है, जिसके बिना चिकित्सा सेवा असंभव है। पैरामेडिक्स चिकित्सकों और मरीजों के बीच अहम कड़ी होते हैं। उन्होने कहा कि संस्थान अपने विद्यार्थियों को उत्तम शैक्षणिक माहौल और व्यवहारिक प्रशिक्षण देता है, जिससे वे सेवा के क्षेत्र में नजीर स्थापित कर सकें। उन्होंने सभी नवागंतुकों से प्रेरणा लेते हुए सकारात्मक व्यवहार, मरीजों के प्रति विनम्रता का भाव बनाए रखने की अपील की, ताकि वे समाज में भी अपनी पहचान बना सकें। संस्थान तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ छात्रों के व्यक्तिगत विकास के लिए भी प्रतिबद्ध है।
नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजकुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि नर्सिंग स्टाफ चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य सेवा की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। आपके व्यवहार, अनुशासन और सेवा भावना से ही मरीजों का आधा उपचार संभव होता है। नवागंतुक छात्र अनुशासन में रहकर पढ़ाई करें और अपने सेवाभाव से चिकित्सा जगत में मिसाल बनें। आधुनिक चिकित्सा में योग्य नर्सेज की देश-विदेश में मांग है।
कार्यक्रम में सभी फैक्ल्टी द्वारा अपने-अपने पाठ्यक्रमों की सम्पूर्ण जानकारी प्रेजेन्टेशन के माध्यम से छात्रों एवं अभिभावकों के समक्ष रखी। सर्वप्रथम फिजियोथेरिपी विभाग से डॉ. ऋतुजा ध्यानी ने बताया कि फिजियोथेरिपी अनगिनत व्यक्तियों के लिए उपचार, पुनर्वास और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए समर्पित एक क्षेत्र है। हर दिन, आपको राहत पहुँचाने, कार्यक्षमता को बहाल करने और आशा को प्रेरित करने का अवसर मिलेगा। इसके बाद रेडियोलॉजी विभाग से आशीष नेगी ने आज के दौर में सीटीस्कैन, एमआरआई, एसरे जैसी तकनीकों के विस्तार के बारे में बताया।
मेडिकल माइक्रोबायलॉजी विभाग से फैक्ल्टी गाँधी खाबा ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि इस क्षेत्र में सूक्ष्मजीवों- बैक्टीरिया, वायरस, कवक और प्रोटोजोआ का अध्ययन शामिल है। सूक्ष्मजीव पारिस्थितिकी तंत्र, मानव स्वास्थ्य और बीमारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके बाद पैथालोजी विभाग से फैक्ल्टी नीरज बिष्ट ने बताया कि मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी को चुनने का आपका यह निर्णय यह दर्शाता है कि आप विज्ञान को आगे बढ़ाना एवं मरीजो की देखभाल में सुधार के लिए अपना योगदान देने के लिए तैयार है। मेडिकल के क्षेत्र में डॉक्टर आपकी द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर मरीज हित में निर्णय लेगें।
ऑप्टोमेट्री विभाग से फैक्ल्टी अखिल भारद्वाज ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऑप्टोमेट्री विज्ञान, सहानुभूति और नवाचार में डूबा हुआ पेशा है। भविष्य के ऑप्टोमेट्रिस्ट के रूप में, आप हमारी सबसे कीमती इंद्रियों में से एक को संरक्षित करने और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगें। नर्सिंग विभाग से फैक्ल्टी आदित्य चंद ने अपने सम्बोधन में नर्सिंग प्रोफेशन, उसकी अहमियत एवं भविष्य की संभावनाओं से छात्रों को परिचित कराया। उन्होने छात्रों को टीम वर्क और नैतिक मूल्यों के पालन के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में दिव्याशी, प्रगति, अंकित, आशीष, सुधीर, पूनम, कमल, कीर्ति, बालेश, शशि, महावीर आदि मौजूद रहे।
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