अक्षय कुमार की फिल्म जोकर को दोहराती भौती, बैडुला और भौंरा गांव की कहानी

अक्षय कुमार की फिल्म जोकर को दोहराती भौती, बैडुला और भौंरा गांव की कहानी

न ग्राम सभा और न ही नगर पंचायत अपनाने को तैयार, त्रिशंकु बने ग्राम भौती, बैडुला और भौंरा

गोपेश्वर (चमोली)। जिले के दशोली विकास खंड के ग्राम भौती, बैडुला और भौंरा गांव की स्थिति अक्षय कुमार की फिल्म जोकर की तरह हो गयी है। इस फिल्म में एक गांव पगलापुर की कहानी को दिखाया गया है। जो है तो भारत में मगर नक्शे में किसकी सीमा में आता है यह कहीं प्रदर्शित नहीं किया गया है। ऐसे में जब इस गांव के लोग अपने समस्या को लेकर नेता और अधिकारियों के पास जाते है तो वे कहते है कि इस नाम का गांव तो उनके क्षेत्र में पड़ता ही नहीं। यही स्थिति भौती, बैडुला और भौंरा गांव की भी हो रखी है। न तो इन गांवों को नगर पंचायत नंदप्रयाग अपना मान रहा है और न ही ग्राम सभा अपना बता रही है अब ऐसे में यहां के वाशिंदों के सामने अपनी पहचान की समस्या के साथ-साथ गांव के विकास की परेशानी भी पैदा हो गई है। इस संबंध में ग्रामीणों ने सोमवार को जिलाधिकारी चमोली को एक ज्ञापन देेकर उनकी समस्या के समाधान की मांग की है।

पूर्व प्रधान लकेश तोपाल, मदन सिंह, दीपेंद्र सिंह, विनोद तिवारी आदि का कहना है कि वर्ष 2018 से पूर्व भौती, बैडुला और भौंरा गांव ग्राम सभा पुरसाडी में शामिल थे। वर्ष 2018 में जब नगर पंचायत नंदप्रयाग के चुनाव हुए तो इन गांवों को नगर पंचायत में शामिल करते हुए यहां पर वार्ड पार्षद का चुनाव भी करवाया गया। ग्रामीणों ने नगर पंचायत के चुनाव में वोट भी दिया। वर्तमान में भी यहां पर नगर पंचायत का वार्ड सदस्य है। जब ग्रामीणों ने नगर पंचायत से संबंधित विकास कार्यों को अपने गांवों में करवाये जाने के लिए मांग की गई तो अब पता चल रहा है कि ये तीनों की गांव चार किलोमीटर दूर धारकोट में शामिल किये गये है। जबकि धारकोट के प्रधान का कहना है कि  जब उन्होंने ग्राम पंचायत के चुनावों में उनकी ग्राम सभा में वोट ही नहीं किया तो उन्हें कैसे ग्राम पंचायत की सुविधाऐं दी जाएं। ऐसे में ये तीनों गांव त्रिशंकु बन कर रह गये है। न तो नगर पंचायत अपना मान रही और न ही ग्राम सभा। उन्होंने कहा कि हम प्रशासन से मांग करते है कि जब उन्हें न तो धारकोट ग्राम सभा अपना रही है और न ही नगर पंचायत नंदप्रयाग ऐसे में इन तीनों गांवों को मिला कर एक नई ग्राम सभा का गठन किया जाए ताकि इन तीनों गांवों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने वालों में विनोद तिवारी, पितांबर तिवारी, मदन सिंह, लकेश तोपाल, दीपेंद्र सिंह, अरविंद, मुकेश सेमवाल आदि शामिल थे। 

Post Comment

You May Have Missed